सोने दो, मुझको क्यों उठाती हो,
नींद बहुत आई है ,मुझको क्यों सताती हो।
उठ जाओ बेटा उठ जाओ ,स्कूल तुम्हें जाना है,
अच्छी शिक्षा पाके, बहुत नाम कमाना है।
सोने दो, मुझको क्यों उठाती हो,
नींद बहुत आई है ,मुझको क्यों सताती हो।
उठ जाओ बेटा उठ जाओ ,स्कूल तुम्हें जाना है,
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एक बार देवताओं में चर्चा हो रही थी चर्चा का विषय था मनुष्य की हर मनोकामना को पूरा करने वाली गुप्त चमत्कारी शक्तियां कहां छुपाई जाए। सभी देवताओं में इस पर बहुत वाद विवाद हुआ। एक देवता ने अपना मत रखा और कहा कि इसे हम एक जंगल की गुफा में रख देते हैं। दूसरे देवता ने उसे ठोकते हुए कहा नहीं नहीं हम इसे पर्वत की चोटी पर छिपा देंगे। उस देवता की बात ठीक पूरी भी नहीं हुई थी कि कोई कहने लगा। न तो हम इसे कहीं गुफा मे छिप आएंगे और ना ही इसे पर्वत की चोटी पर। हम इसे समुद्र की गहराई में छुपा देते हैं। यही स्थान इसके लिए उपयुक्त होगा। सबकी राय खत्म हो जाने के बाद एक बुद्धिमान देवता ने कहा क्यों ना हम इसे मानव की चमत्कारी शक्तियों को मानव की मन की गहराई में छिपा दें। क्योंकि बचपन से ही उसका मन इधर-उधर दौड़ता रहता है मनुष्य कभी कल्पना भी नहीं कर सकेगा की ऐसी अद्भुत और इतनी विशाल शक्तियां उसके भीतर छुपी हो सकती है। और इन्हें ब्रह्म जगत खोजता रहेगा अतः इन बहुमूल्य शक्तियां को हम उसके मन की निकली है में छिपा देंगे । बाकी सभी देवता भी इस प्रस्ताव पर सहमत हो गए और ऐसा ही किया गया इसलिए कहा जाता है मानव मनन में अद्भुत शक्तियां निहित है अर्थात मानव शरीर में ही बहुत सारी अद्भुत शक्तियां निवेश करती हैं।
यह कहानी है अर्णव और रिया की प्रेम कहानी ।
दर-दर भटक कर तेरे दर पर आया हूं,
हवा महल यह एक राज्य सी महल है हवा महल राजपूतों के स्वर्णिम इतिहास तथा अद्भुत वास्तु कला एक महान संस्कृत से जाना जाता है इसका निर्माण सवाई प्रताप सिंह ने सन 1799 में कराया गया था हवा महल के आर्टिस्टिक्स लालचंद उस्ताद थे एवं इन्होंने 200 कारीगर के सहयोग से हवा महल का निर्माण किया था। यहां रात के समय का नजारा बहुत अद्भुत और आश्चर्यजनक होता है क्योंकि हवा महल में 953 झरोखे और 365 खिड़कियां है। यह 5 मंजिलों से बना है पांचों मंजिलेंकी अलग-अलग विशेषताएं हैं क्योंकि हर एक मंजिल पर अलग-अलग मंदिर निर्माण किए गए हैं हवा महल राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित है।
हेलो सभी लोग जानते हैं कि आज के टाइम में चॉकलेट पूरे दोस्तों आपवर्ल्ड के बड़ों से लेकर बच्चों तक स्पेशली खाने में पसंद की जाती है स्पेशली बच्चे तो हमेशा अपने पेरेंट्स और घर के हर एक सदस्य से रिक्वेस्ट करते हैं मुझे चॉकलेट चाहिए। इसलिए आज मैं डार्क चॉकलेट के बारे में कुछ बताना चाहती हूं यह तो आप सभी जानते हैं की चॉकलेट की बहुत सारे 500 से 600 से ज्यादा कंपाउंड है। आप सभी लोग यह तो जानते ही हैं की चॉकलेट तीन प्रकार की होती है। dark chocolate ,milk chocolate, white chocolate।.
अजीब सी है यह जिंदगी,
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